खोना है तुझमें

आज फिर से उन पलों को जीने का मन है,
है फिर से जगी तेरे स्पर्श की चाह,
चाह है दोहराने की हर वो पल,
पल जो उस दिन गुज़ारे संग तेरे,
तेरे साथ लेट तेरी रूह में फिर से खोना है,
है करना तेरे होठों को अपने जिस्म पर फिर से महसूस,
महसूस करना है तेरी उँगलियों का वो मेरी पीठ को सहलाना,
सहलाना और तेरे हाथों का जांघों को मेरी,
मेरी गर्दन पर वो निशान तेरे दाँतों का,
दाँतों का वो निशान चाहूँ फिर से,
फिर से तेरे जिस्म से लिपटना है,
है चाहिए फिर से वो सिरहाना तेरी बाहों का मुझे,
मुझे बस अब पूरी तरह खोना है तुझमें,
खोना है तुझमे….
©so_called_kiddo

किसी अपने की तलाश है….

इस वीरान ज़िन्दगी में
किसी के साथ की दरकार है,
जो रोशन कर सके ज़िन्दगी के दिए
ऐसे दोस्त की फिराक़ है,
तन्हाइयों में जो हाथ थाम
अपने होने का एहसास दे सके ऐसे किसी की आस है,
मेरी खामोशियों को भी सुन सके
ऐसे किसी का इंतजार है,
जो मुझे मुझसे बेहतर समझ सके
ऐसे प्यार की चाह है,
बहुत जी ली ज़िन्दगी औरों के लिए
अब कोई मेरे साथ मेरे लिए जीए ऐसे किसी अपने की तलाश है,
ऐसे किसी अपने की तलाश है….

©so_called_kiddo

वो मेरा नहीं मैं जानती हूँ,
वो ख़्वाब एक अधूरा है ये भी मानती हूँ,
पर अपनी मोहब्बत भूल जाऊंगी,
तो उसको कैसे यकीन दिलाऊंगी,
शायद लिखा हो खुदा ने मेरा इश्क़ यूँ ही अधूरा,
पर एक तरफ़ा ही सही मुझे खुद में लगता है ये पूरा….
©so_called_kiddo

इश्तहार

अख़बार के उस इश्तहार-सी हो गयी है ज़िन्दगी,जिसे पल भर ठहर वो निहारते भी हैं,
हाथ आगे बढ़ा पास आते भी हैं,
और फिर बहक जाने के डर-से,
पन्ने पलट दिया करते हैं झट-से….

©so_called_kiddo