रातें चिरागों की मोहताज़ नहीं होती,
ये चिराग के दम पर जीने वाले क्या जाने रात की खूबसूरती।
रात की खूबसूरती तो वो आशिक़ ही जाने,
जिसे रात की हर तस्वीर में न जाने मेहबूब को देखने के कितने मिले बहाने।

© so_called_kiddo

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