वो मेरा नहीं मैं जानती हूँ,
वो ख़्वाब एक अधूरा है ये भी मानती हूँ,
पर अपनी मोहब्बत भूल जाऊंगी,
तो उसको कैसे यकीन दिलाऊंगी,
शायद लिखा हो खुदा ने मेरा इश्क़ यूँ ही अधूरा,
पर एक तरफ़ा ही सही मुझे खुद में लगता है ये पूरा….
©so_called_kiddo

Leave a comment